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कैसे करें असली रुद्राक्ष की पहचान और नेपाल में कहां से खरीदें

कैसे करें असली रुद्राक्ष की पहचान और नेपाल में कहां से खरीदें

रुद्राक्ष, जिसे अक्सर भगवान शिव के आंसू कहा जाता है, हिंदू धार्मिकता और परंपरागत चिकित्सा में एक विशेष स्थान रखता है। Elaeocarpus ganitrus वृक्ष के बीज से प्राप्त रुद्राक्ष को आध्यात्मिक और औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। इसकी बढ़ती लोकप्रियता के साथ, असली और नकली रुद्राक्ष की पहचान करना अत्यंत आवश्यक हो गया है, खासकर

Top 7 Points to Remember While Visiting Pokhara and Kathmandu

Top 7 Points to Remember While Visiting Pokhara and Kathmandu

Among the many destinations that Nepal prides in are Pokhara and Kathmandu with their captivating mix of nature, culture and adventure. For you to have the best experience during your trip, ensure you take note of the following seven key things: 1. Dress Modestly and Respect Local Customs Nepalese culture is very modest, especially in

Why Homestays are Trending Nowadays for Travellers in 2024

Why Homestays are Trending Nowadays for Travellers in 2024

In recent years, homestays have emerged as one of the most popular accommodation choices for travelers across the globe. This trend, which involves staying in a local family’s home or a private residence rather than a hotel, is transforming the way people experience travel. Below are some key reasons why homestays are trending and why

Sightseeing Opportunities at Muktinath for Travelers

Sightseeing Opportunities at Muktinath for Travelers

Muktinath is not only a spiritual hub but also offers breathtaking sightseeing opportunities that captivate travelers with its serene landscapes and cultural heritage. The region’s natural beauty, combined with its rich religious and cultural significance, makes it a perfect destination for both pilgrims and adventurers alike. Here are some of the top sightseeing opportunities for

Top 7 Foods to Taste During Your Nepal Tour in 2024

Top 7 Foods to Taste During Your Nepal Tour in 2024

Nepal is not just about breathtaking landscapes, trekking routes, and spiritual retreats; it’s also a culinary haven, offering a rich tapestry of flavors shaped by its cultural diversity and mountainous terrain. Whether you’re wandering the vibrant streets of Kathmandu, trekking the Annapurna Circuit, or visiting sacred sites like Pashupatinath and Muktinath, the local cuisine is

बद्रीनाथ यात्रा: कैसे, कब और क्यों करें यह पवित्र तीर्थ यात्रा

बद्रीनाथ यात्रा: कैसे, कब और क्यों करें यह पवित्र तीर्थ यात्रा

How When and why to visit Badrinath: बद्रीनाथ धाम, हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में से एक है। यह स्थान उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित है और भगवान विष्णु के एक रूप, बद्रीविशाल, को समर्पित है। बद्रीनाथ की यात्रा को मोक्ष प्राप्ति का मार्ग माना जाता है और हर साल लाखों श्रद्धालु

बद्रीनाथ धाम का धार्मिक महत्व

बद्रीनाथ धाम का धार्मिक महत्व

Importance of visiting Badrinath: बद्रीनाथ धाम हिंदुओं के लिए विशेष महत्व रखता है और इसे भारत के चार धामों में से एक माना जाता है। बद्रीनाथ धाम उत्तराखंड राज्य में स्थित है और यह भगवान विष्णु को समर्पित एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। इस धाम की यात्रा करने का महत्व हिंदू धर्म में अत्यधिक माना

भीमशिला: केदारनाथ की अद्भुत कथा

भीमशिला: केदारनाथ की अद्भुत कथा

भीमशिला: केदारनाथ की अद्भुत कथा:- Story of Bhimshila in Kedarnath केदारनाथ धाम, जो उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है, हिन्दू धर्म के सबसे पवित्र तीर्थस्थलों में से एक है। यहाँ स्थित भगवान शिव का मंदिर हर साल लाखों भक्तों को अपनी ओर आकर्षित करता है। लेकिन केदारनाथ के इस दिव्य स्थल से जुड़ी एक

केदारनाथ दर्शन का महत्व और यात्रा मार्गदर्शन

केदारनाथ दर्शन का महत्व और यात्रा मार्गदर्शन

भारत में देवभूमि उत्तराखंड का अपना एक विशेष स्थान है, जहां पर अनेक पवित्र तीर्थस्थल स्थित हैं। इन्हीं में से एक प्रमुख तीर्थस्थल है केदारनाथ धाम, जिसे हिंदू धर्म में अत्यधिक महत्वपूर्ण माना गया है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और पंच केदार में से एक है। केदारनाथ धाम उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले

चारधाम यात्रा कैसे करें?

चारधाम यात्रा कैसे करें?

चारधाम यात्रा को सफलतापूर्वक और आरामदायक तरीके से पूरा करने के लिए अच्छी योजना और तैयारी जरूरी है। यहाँ यात्रा करने का विस्तृत तरीका दिया गया है: यात्रा की योजना और समय चारधाम यात्रा का मौसम अप्रैल से नवंबर तक का होता है, क्योंकि इन महीनों में मौसम अनुकूल रहता है। जून से अगस्त के

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